भूतों का गढ़' कहलाता है राजस्थान का ये गांव, शाम ढलने के बाद हो जाती है लोगों की आव जाही बंद। यहा पर भूल कर भी मत जाना वरना हो सकता है आपके साथ कुछ ऐसा
क्यों कहा जाता है भानगढ़ को भूतों की नगरी, एशिया की सबसे भूतिया जगह भानगढ़ को हुआ कहा जाता है क्या है इसका रहस्य।
दोस्तों राजस्थान के जयपुर जिले से करीब 80 किलोमीटर दूर अलवर जिले में स्थित भानगढ़ का किला लोगों के लिए हमेशा से कौतूहल का विषय रहा है इस किले से कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्हें देखकर लोग बहुत परेशान हो गए हैं इस किले से कुछ किलोमीटर दूरी पर ही सरिस्का नेशनल पार्क स्थित है
➪ ये हैं भानगढ़ किले का इतिहास (Bhangarh Fort Story in Hindi)
200 किलोमीटर में कई मंदिर भी हैं जिसमें भगवान सोमेश्वर गोपीनाथ मंगला देवी और केशव राय के मंदिर प्रमुख मंदिर हैं इन मंदिरों की दीवारों और खंभों की नक्शा वाजी दुनिया के सबसे अच्छे कारीगरों द्वारा हुई है । आज के जमाने में कोई भी ऐसी कारीगरी नहीं कर सकता है
भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई से इस बात के पर्याप्त सबूत मिले हैं कि यह शहर की एक ऐतिहासिक स्थल है फिलहाल इस किले की देखरेख भारत सरकार द्वारा की जाती है इस किले में बहुत से लोग घूमने जाते हैं और उन लोगों को डर भी लगता है।
सभी पास के गांव वाला का कहना हैं कि इस किले में भूतों का वास है। दोस्त यह सच बात है की अजबगढ़ भानगढ़ किले में सच में भूत है।
किले में शाम 5:00 बजे के बाद में लोगों को प्रवेश करने पर पाबंदी है। चाहे कोई भी क्यों न हो उसे अन्दर जाने की अनुमति नहीं दी जाती
➪ श्राप के कारण बना 'भूतों का भानगढ़'
दोस्तों कहते हैं कि भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती बहुत खूबसूरत थी उस समय राजकुमारी की खूबसूरत चर्चा भी पूरे राज्य में चल रही थी कई राज्यों से रत्नावती के लिए विवाह के प्रस्ताव आए रहे थे उसी दौरान राजकुमारी एक बार किले से अपनी सखियों के साथ बाजार में निकली और बाजार में एक इस की दुकान पर पहुंची जहा पर सिर्फ इत्र मिलता था उस दुकान पर जाकर इत्र को हाथ में लेकर उसकी खुशबू सूंघ रही थी उस समय दुकान से कुछ दूरी पर सिद्धू सेवाड़ा नाम का व्यक्ति खड़ा हो कर राजकुमारी को निहार रहा था सिद्धू उसी राज्य का रहने वाला था और वह काले जादू में महारथी था।
कथित रूप से राजकुमारी के रूप को देख तांत्रिक मोहित हो गया था और राजकुमारी से प्रेम करने लग गया और राजकुमारी को हासिल करने के बारे में सोचने लगा। लेकिन रत्नावती ने कभी उसे पलटकर नहीं देखा।
जिस दुकान से राजकुमारी के लिए इत्र जाता था उसने उस दुकान में जाकर रत्नावती को भेजे जाने वाली इत्र की बोतल पर काला जादू कर उस पर वशीकरण मंत्र का प्रयोग किया। जब राजकुमारी को सच्चाई का पता चल गया तो उसने इत्र की शीशी पास ही एक पत्थर फेंक दी। इससे शीशी टूट गई और इत्र बिखर गया।
➪ सूर्यास्त के बाद प्रवेश निषेध
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को खुदाई के बाद सबूत मिले हैं कि यह शहर एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल रहा था। अब किला भारत सरकार की देख रेख में आता है। किले के चारों तरफ आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (एएसआई) की टीम मौजूद रहती है। एएसआई ने सूर्यास्त बाद किसी के भी यहां रुकने को प्रतिबंधित कर रखा है।
हेलो दोस्तों आज मैंने आपको अजबगढ़ भानगढ़ का पूरा इससे बता दिया है आप इसे जरुर पढ़े और अपने दोस्तों को भी पढ़ाई तो दोस्तों को पढ़ाने के लिए आप हमारी पोस्ट को शेयर करें ताकि आने वाले समय में वह भी पढ़ सके दोस्ती या पोस्ट पूरा करने के लिए धन्यवाद
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